डॉ. अक्षय बत्रा

डॉ. अक्षय बत्रा

वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक

डॉ. अक्षय बत्रा डॉ. बत्रा’ज™ में वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हैं। उन्होंने अपना होम्योपैथिक मेडिसीन का कोर्स 2001 में पूरा किया और एक डॉक्टर बने। वे अपने पिता डॉ. मुकेश बत्रा की प्रैक्टिस में उस समय जुड़े थे जब केवल 3 क्लिनिक थे। वे तब से डॉ. बत्रा की कामयाबी की दास्तान का एक हिस्सा रहे हैं। एक प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर से आगे बढ़कर वे कार्यकारी निदेशक, सीईओ, उप-महानिदेशक से अब वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के पद तक पहुँच गए हैं। वे 15 वर्षों से अधिक समय से डॉ. बत्रा’ज में कार्यरत हैं।

वे ट्राइकोलॉजिकल सोसायटी ऑफ़ लंदन से भारत के पहले ट्राइकोलॉजिस्ट हैं। इसके अलावा, वे ट्राइकोलॉजी के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि और व्यक्तिगत प्रयास के लिए प्रतिष्ठित ‘रॉबर्ट ओल्डिंग अवार्ड’ प्राप्त करने वाले सबसे युवा और सबसे पहले गैर-यूके स्थित ट्राइकोलॉजिस्ट हैं। होम्योपैथी और ट्राइकोलॉजी में सर्वश्रेष्ठ देने के जबरदस्त उत्साह से युक्त एक उत्कट जोशीले व्यक्ति, डॉ. अक्षय बत्रा ट्राइकोलॉजिकल सोसायटी ऑफ़ लंदन का प्रेसिडेंट होने का सम्मान प्राप्त करने वाले सबसे पहले एशियाई ट्राइकोलॉजिस्ट हैं। इसके अलावा, वे बालों के अनुसंधान में विश्व की अग्रणी सोसायटी, यूरोपियन हेयर रिसर्च सोसायटी (ईएचआरएस) का हिस्सा बनने वाले भारत के पहले हेयर स्पेशियलिस्टों में से एक हैं।

उन्होंने – हेयर-एवरीथिंग यू वांटेड टू नो – शीर्षक एक नेशनल बेस्ट सेलर की रचना भी की है – जिसे 3 अलग-अलग भाषाओं में प्रकाशित किया गया है।

डॉ. अक्षय बत्रा वेलनेस पर फेडरेशन ऑफ़ इन्डियन चैम्बर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की राष्ट्रीय समिति का हिस्सा हैं जो विभिन्न स्तरों पर सरकार के साथ नीतिगत और व्यावसायिक मुद्दे उठाने में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा वे द आंत्रप्रेन्योर्स ऑर्गनाइजेशन, बॉम्बे और यंग प्रेसिडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन, बॉम्बे के सदस्य भी हैं।

वे ट्राइकोलॉजिकल सोसायटी ऑफ़ लंदन के लिए भारत के अधिशासी काउंसलर और सलाहकार हैं।

डॉ. अक्षय बत्रा डॉ. बत्रा’ज™ में वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हैं। उन्होंने अपना होम्योपैथिक मेडिसीन का कोर्स 2001 में पूरा किया और एक डॉक्टर बने। वे अपने पिता डॉ. मुकेश बत्रा की प्रैक्टिस में उस समय जुड़े थे जब केवल 3 क्लिनिक थे। वे तब से डॉ. बत्रा की कामयाबी की दास्तान का एक हिस्सा रहे हैं। एक प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर से आगे बढ़कर वे कार्यकारी निदेशक, सीईओ, उप-महानिदेशक से अब वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के पद तक पहुँच गए हैं। वे 15 वर्षों से अधिक समय से डॉ. बत्रा’ज में कार्यरत हैं।